बैस, चौरासी, जागौ छुरमल temple new कुमाउनी विडियौ झुडी पिथोरागढ uttarakhand india संस्कृति अपनी शान
(कार्तिक पूर्णिमा मेला) "भगवती मंदिर में विशाल डोला यात्रा" चांदपुर खटीमा uttarakhand
सातू-आठू पर्व की धूम, लोकगीतों, धमाकेदार kumaoni ,pahadi खेल मै थिरक रहे खटीमा, चंपावत और पिथौरागढ़
दारू की बोतल और थाली से बनाते हुए रोटी और पूरी😂
छलिया नृत्य हमारे उत्तराखण्ड के लोक नृत्यों में सबसे लोकप्रिय नृत्य है। यह नृत्य युद्ध के प्रतीक के रुप में ही प्रयोग किया जाता है, इसमें पुरुष प्राचीन सैनिकों जैसी वेश-भूषा धारण कर तलवार और् ढाल लेकर युद्ध जैसा नृत्य करते हैं। जिसमें उत्तराखण्ड के लोक वाद्य ढोल, दमाऊ, रणसिंग, तुरही और मशकबीन भी शिरकत करते हैं। इन सभी वाद्यों और छलिया नर्तकों की जुगलबन्दी ऐसी होती है कि आप दांतों तले अंगुली दबाने के लिये बाध्य हो जायेंगे।
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